- सरकार ने तीन वर्ष में बेचे 32 करोड सस्ते सेनेटरी नेपकिन
- इम्यूनिटी बढाने के लिये अब किया सस्ता च्यवनप्राश लांच
- देश में सरकारी जन औषधि केन्द्रों की संख्या हुई 9000
- आठ माह में 875 करोड की हुई बिक्री
नई दिल्ली। फार्मासियुटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइस ब्यूरो आफ इंडिया पीएमबीआई ने देश के लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिये सस्ती दर पर उच्चगुणवत्ता का च्यवनप्राश लांच किया है। पीएमबीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि दधीच ने आज अन्य अधिकारियों के साथ यह च्यवनप्राश लांच किया। यह च्यवनप्राश देश भर में प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्रों पर उपलब्ध होगा।
फार्मासियुटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइस ब्यूरो आफ इंडिया पीएमबीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि दधीच ने आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि वर्ष 2014-15 में पीएमबीआई ने प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्रों की शुरुआत 8 केन्द्रों से की गई थी और अब इन केन्द्रों की संख्या देश में 9000 हो गई है। उन्होनें बताया कि देश के सभी राज्यों में 350 जिलों में यह केन्द्र खोले जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन केन्द्रों पर बाजार कीमत से लगभग 50 से 80 प्रतिशत सस्ती कीमत पर दवाएं उपलबध कराई जा रही हैं जिससे इन केन्द्रों की लोकप्रियता बढ रही है नतीजतन पिछले वर्ष की तुलना में इन केन्द्रों की बिक्री में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने बताया कि अब तक इस वर्ष 875 करोड रुपये की बिक्री हो चुकी है और वित्तीय वर्ष के अंत तक 1200 करोड़ रुपये की बिक्री का अनुमान है। उन्होंने बताया कि महिलाओं में स्वच्छता को बढावा देने के लिये इन केन्द्रों पर मात्र एक रुपये में सेनेटरी नेपकिन उपलबध कराया जा रहा है और बीते तीन वर्ष में 32.49 करोड सेनेटरी नेपकिन बेचे जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह सेनेटरी नेपकिन महिलाओं व बालिकाओं में लोकप्रिय हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि देश में लोगों की इम्युनिटी बढाने के लिये अब पीएमबीआई ने उच्च गुणवत्ता का च्यवनप्राश लांच किया है जिसकी कीमत बाजार में उपलबध अन्य कंपनियों के च्यवनप्राश से काफी कम है। उन्होंने बताया कि यह च्यवनप्राश डब्लूएचओ जीएमपी प्रमाणित कंपनी से बनवाया गया है और इसमें लगभग 52 तरह की आयुव्रेदिक जडी बुटियों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि यह च्यवनप्राश लोगों में इम्युनिटी बूस्टर का काम करेगा। रवि दधीच ने बताया कि इन केन्द्रों पर सस्ती दवाएं उपलब्ध होने से आम जनता को अब तक लगभग 6000 करोड का फायदा हुआ है, इन केन्द्रों पर 800 तरह की दवाएं बिक्री के लिये उपलबध हैं। डीजीएम जयप्रकाश मिश्रा ने बताया कि बीते आठ वर्ष में जनऔषि केन्द्रों की संख्या में 100 गुना वृद्धि होने के साथ साथ इन केन्द्रों पर होने वाली बिक्री में भी 100 प्रतिशत वृद्धि हुई है।