यह मेला 25 राज्यों के 197 जिलों में होगा
मेले का हिस्सा बनने और युवाओं को प्रशिक्षुता का अवसर प्रदान करने के लिए कई स्थानीय व्यवसाय आमंत्रित
नई दिल्ली। : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के भारत के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास योजना के अंतर्गत, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) द्वारा 12 दिसंबर, 2022 को 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 197 स्थानों पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता मेला (पीएमएनएएम) आयोजित किया जाएगा।
स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षुता प्रशिक्षण के माध्यम से अपने करियर को सही दिशा देने के उद्देश्य के साथ, इन मेलों में कई स्थानीय व्यावसायों को आमंत्रित किया गया है। इस आयोजन में विविध क्षेत्रों के कई कंपनियों की भी भागीदारी होगी। यहाँ आने वाली कंपनियों के पास, एक ही मंच पर संभावित प्रशिक्षुओं से मिलने और सही उम्मीदवारों को चुनते हुए अपने संगठन में शामिल करने का अवसर होगा।
यदि कोई भी व्यक्ति इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो उन्हें https://www.apprenticeshipindia.gov.in/ पर अपना पंजीकरण करना होगा और मेले के निकटतम स्थान का पता लगाना होगा। इस शिक्षुता मेले में हिस्सा लेने के लिए उम्मीदवारों को 5वीं से लेकर 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होने के साथ ही, कौशल प्रशिक्षण प्रमाण पत्र/ आईटीआई डिप्लोमा या स्नातक होना अनिवार्य है। मेले में उम्मीदवारों को अपने रिज्यूमे की तीन प्रतियां, सभी मार्कशीट और प्रमाण-पत्रों की तीन प्रतियां, फोटो पहचान पत्र (आधार कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस आदि) और पासपोर्ट आकार के तीन फोटो ले जाने होंगे।
जिन उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पहले ही कर लिया है, उनसे अनुरोध है कि वे अपने सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ आयोजन स्थल पर पहुँचें। इस मेले में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों को राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) द्वारा एक प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा, जिससे उनके रोजगार के अवसरों में सुधार होगा।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता मेले को लेकर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा, “आज युवाओं के लिए प्रशिक्षुता के अवसरों के मामले में भारत की तुलना अक्सर अन्य विकसित अर्थव्यवस्थाओं से की जाती है। इस अंतर को मिटाने के लिए, हम नवोदित उम्मीदवारों और छात्रों के लिए प्रशिक्षुता के अधिकतम अवसरों को उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हमें पिछले महीने के शिक्षुता मेले के उन युवाओं से शानदार प्रतिक्रिया मिली है, जो कड़ी मेहनत करने और अर्थव्यवस्था में अपना योगदान देते हुए राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए उत्साहित हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य कंपनियों द्वारा अधिक से अधिक प्रशिक्षुओं की नियुक्ति को प्रोत्साहित करने के साथ ही, उन्हें सही प्रतिभाओं की खोज करते हुए प्रशिक्षण एवं व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से उनकी क्षमता को विकसित करने में सहायता प्रदान करना है। वहीं, शिक्षुता में उच्च शिक्षा के अलावा इसे हमारे शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र में भी शामिल करना महत्वपूर्ण है। हमारे निरंतर प्रयासों से, हमारा लक्ष्य 2022 के अंत तक भारत में 10 लाख और 2026 तक 60 लाख शिक्षुता के अवसरों को पहुँचाना है।”
गौरतलब है कि भारत में शिक्षुता मेले का आयोजन हर महीने आयोजित होता है, जिसमें चयनित उम्मीदवारों को नए कौशल को हासिल करने के लिए सरकारी मानदंडों के अनुसार मासिक वृत्ति मिलती है। प्रशिक्षुता कौशल विकास के सबसे स्थायी साधनों में से एक है और स्किल इंडिया मिशन के अंतर्गत इसे काफी बढ़ावा मिल रहा है।
सरकार प्रशिक्षुता प्रशिक्षण के माध्यम से प्रति वर्ष 10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए प्रयासरत है और इस मिशन को पूरा करने के लिए, संस्थानों और छात्रों की भागीदारी को बढ़ावा देना जरूरी है और इसके लिए पीएमएनएएम का उपयोग एक मंच के रूप में किया जा रहा है। इससे युवाओं को भागीदारी पेश करने वाली कंपनियों में विभिन्न अवसरों के बारे में भी जागरूक करने में मदद मिल रही है।