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बढ़ती अनिश्चितताओं, धीमी वैश्विक आर्थिक सुधार और मांग के कारण वस्‍तु निर्यात में गिरावट देखी गई: फियो अध्यक्ष डॉ. ए शक्तिवेल

फियो के अध्यक्ष डॉ. ए. शक्तिवेल ने नवंबर 2023 के दौरान निर्यात जो कि एक साल पहले के 34.89 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 2.83 प्रतिशत  की मामूली गिरावट के साथ 33.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है, पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि मुख्य रूप से बढ़ती अनिश्चितताओं, धीमी वैश्विक आर्थिक सुधार और मांग के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। 2022 में वस्तुओं की कीमतों में ऊंचे स्तर से नरमी ने भी इस गिरावट में योगदान दिया। लगभग सभी देशों के निर्यात में गिरावट का रुझान दिख रहा है, कई देशों में दोहरे अंक में गिरावट देखी जा रही है। 

डॉ. शक्तिवेल ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के साथ-साथ पश्चिम एशिया में तनाव ने भी दुनिया भर के व्यवसायों और बाजारों में संदेह और घबराहट की भावना को बढ़ा दिया है। माह के दौरान जहां वस्‍तु निर्यात में मामूली गिरावट देखी गई, सेवाओं ने अपनी विकास गति जारी रखी और बढ़ते रूझान  को बनाए रखा, जिससे व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिली। 

नवंबर 2023 में निर्यात वृद्धि में योगदान देने वाले 30 प्रमुख उत्पाद योगदानकर्ताओं में से 15 में लौह अयस्क, रत्न और आभूषण, ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स, फल और सब्जियां, मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पाद, अभ्रक, कोयला और अन्य अयस्क, प्रसंस्कृत खनिज और कपास सूत/फैब्स /मेड-अप्स, हथकरघा उत्पाद आदि सहित खनिज शामिल हैं।  

फियो अध्यक्ष ने यह भी कहा कि आयात में वृद्धि चिंता का कारण है, जिसकी विश्लेषणात्मक प्रोफाइलिंग के माध्यम से गंभीरता से जांच की जानी चाहिए। हालाँकि, सोने और चांदी के आयात में वृद्धि से अगले कुछ महीनों में आभूषण निर्यात को बहुत जरूरी बढ़ावा मिलेगा। 

फियो अध्यक्ष ने दोहराया कि समय की मांग है कि निर्यात के सभी क्षेत्रों के लिए आसान और कम लागत के ऋण, विपणन समर्थन के अलावा ब्याज समानता के माध्यम से निर्यात क्षेत्र को बहुत आवश्यक गति प्रदान की जाए। ब्रिटेन, ओमान और ईयू के साथ प्रमुख एफटीए के संपन्‍न के साथ ईसीएलजीएस का विस्तार 31 मार्च, 2024 तक जल्द ही होना चाहिए। इसके अलावा, व्यापार के प्रमुख हितधारकों के परामर्श से निर्यात के सभी श्रम प्रधान क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही एक रणनीति तैयार की जानी चाहिए। आशावादी लग रहे डॉ शक्तिवेल ने कहा कि वित्तीय वर्ष-वार निर्यात पिछले वर्ष के आंकड़ों को पार कर जाएगा।