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90 वर्षीय कैलाश पति ने सकारात्मक सोच से जीती कोरोना से जंग

नई दिल्ली। यदि हिम्मत ,सकारात्मक सोच व आत्मविश्वास हो तो गंभीर से गंभीर रोग व कठिन से कठिन परिस्थिति पर भी विजय हासिल की जा सकती है। लगभग 90 वर्षीय कैलाशपति ने अपनी नियमित दिनचर्या व सकारात्मक सोच से कोरोना से मात्र आठ दिन में जंग जीतकर यह सिद्ध कर दिया है।
अयोध्या के शिवनगर निवासी श्रीमती कैलाश पति दिल्ली में सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी की दादी हैं। सीबीएसई सचिव के अनुसार कोरोना महामारी का शिकार उनकी दादी श्रीमती कैलाशपति भी हो गई। उम्र अधिक होने के कारण कोरोना का उनके स्वास्थ्य पर काफी गंभीरअसर दिखाई दिया और उन्हें उपचार के लिये अयोध्या से यहां लाया गया। यहां उन्हें नोएडा के जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गयाजहां वह मात्र आठ दिन में कोरोना से जंग जीत कर पूरी तरह स्वस्थ हो गई। श्रीमती कैलाशपति के बड़े पुत्र व फैजाबाद में शिवनगर स्थित जनकल्याणबाल विद्या मंदिर के प्रबंधक मदनमोहन त्रिपाठी ने बताया कि जब उनकी माता को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया तो पूरा परिवार गंभीर रूप से चिंतित हो गया लेकिन उनकी मां ने बीमारी के बावजूद अपनी नियमित दिनचर्या को नहीं छोडा और अपनी सकारात्मक सोच को बनाये रखा। उन्होंने बताया कि अपनी सकारात्मक सोच के कारण ही वह कोरोना को पराजित कर मात्र आठ दिन में स्वस्थ हो गई। उन्हें कोरोना का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हुआ है।
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी का कहना है कि संकट के इस दौर में सभी को सकारात्म्क सोचके साथ ही यह लड़ाई लडनी होगी तभी इस बीमारी पर जीत हासिल की जा सकती है।