- पेटीएम पर रिज़र्व बैंक के प्रतिबंधों को देखते हुए कैट ने व्यापारियों को पेटीम के स्थान पर अन्य पेमेंट एप पर शिफ्ट होने की सलाह दी है
नई दिल्ली।रिज़र्व बैंक द्वारा हाल में पेटीएम पर लगाये प्रतिबंधों को लेकर देश भर में व्यापारी जो पेटीम का उपयोग कर रहे हैं, मैं अपने धन को लेकर बेहद चिंताएँ और आशंकाएँ है, जिसके तहत कैट ने देश भर में पेटीएम का उपयोग करने वाले व्यापारियों को सावधान करने के लिए सलाह जारी की है जिसमें कहा गया है कि पेटीएम उपयोगकर्ता अपने धन की सुरक्षा के लिए तुरंत उपाय करें और बिना किसी नुक़सान के अपने वित्तीय लेन-देन को सुनिश्चित करें।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग छोटे व्यापारी, विक्रेता, हॉकर्स और महिलाएं पेटीएम के माध्यम से लेन-देन कर रहे हैं और आरबीआई के प्रतिबंध से इन लोगों को वित्तीय अशांति हो सकती है।
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा कि पेटीएम पेमेंट बैंक पर प्रतिबंध का प्रमुख कारण में से एक बिना सही पहचान के बनाये गये करोड़ों अकाउंट थे। इन एकाउंट्स के तहत केवाईसी ( अपने ग्राहक की पहचान) की प्रक्रिया पूरी नहीं की थी। इतना ही नहीं इसमें बिना पहचान के करोड़ों रुपये का लेन दें भी किया था जिसे मनी लाउंड्रिंग की आशंका पैदा हुई है।
मीडिया समाचारों के अनुसार आरबीआई के प्रतिबंध लगाने का एक सबसे बड़ा कारण यह रहा कि पेटीएम पेमेंट बैंक के तहत एक पैन पर एक हज़ार से अधिक यूज़र्स के अकाउंट जुड़े हुए थे।इसके अलावा आरबीआई और ऑडिटर्स दोनों द्वारा जाँच में पाया गया कि पेटीएम बैंक नियमों का पालन नहीं कर रहा है । कैट का मानना है कि अगर फण्ड की हेराफेरी का कोई भी सबूत पाया जाता है तो ईडी को पेटीएम पेमेंट बैंक की जाँच करनी चाहिए
श्री भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया कि आरबीआई द्वारा पेटीएम पर लगाए गए हाल के प्रतिबंधों ने प्लेटफ़ॉर्म द्वारा प्रदान की जाने वाली वित्तीय सेवाओं की सुरक्षा और साथ में जारी करने के संबंध में समस्याएं उत्पन्न की हैं।
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने व्यापारियों के लिए अपने धन जोखिम को कम करने के लिए सलाह दे है कि वो पेटीम से अपना पैसा तुरंत निकालें और अन्य पेटीएम एप पर स्विच कर जायें।
व्यापारी के लेन-देन की सुरक्षा और वित्तीय संपत्ति की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, दोनों व्यापारी नेताओं ने पेटीएम उपयोगकर्ताओं को सीधे यूपीआई के ज़रिए लेन-देन की सलाह दी है वहीं दूसरी ओर अनेक बैंकों के पेमेंट एप को भी उपयोग किया जा सकता है ।
दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा कि कैट की सलाह हाल में रिज़र्व बैंक की कार्यवाही के मद्देनज़र व्यापारियों के वित्तीय हितों की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है।उन्होंने कहा कि कैट ऐसी सभी कंपनियों का पुरज़ोर विरोध करता रहेगा जो देश के निगम एवं क़ानूनों की कोई चिंता न करते हुए लगातार उल्लंघन करती हैं ।