नई दिल्ली। दिल्ली ज्वेलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रेमचंद जैन का कहन है कि देश में आभूषण उद्योग को बढ़ावा देने के लिये सरकार को निर्यातोन्मुखी विस्तार नीति बनानी चाहिये तथा देश भर में विनिर्माण प्रक्रियाओं का आधुनिकीकरण किया जाना चाहिये।
दिल्ली ज्वेलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रेमचंद जैन ने एसोसिएशन के चुनाव के बाद बीती रात नेशनल स्पोर्टस क्लब आफ इंडिया में आयोजित एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यसमिति के एक समारोह के दौरान राष्ट्रीय सहारा से बात करते हुए देश में आभूषण विक्रेताओं की विभिन्न समस्याओं का जिक्र किया। अमेरिका से आये प्रेमचंद जैन के खास दोस्त पन्ना लाल द्वारा आयोजित इस समारोह में दिल्ली ज्वेलर्स एसोसिएशन के तमाम पदाधिकारियों के अलावा राजधानी के अनेक नामी ज्वेलर्स ,एनडीएमसी के उपाध्याक्ष सतीश उपाध्याय, कांग्रेस के पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल, कांग्रेस नेता मुदित अग्रवाल और नई दिल्ली के डीसीपी प्रणय तायल मौज़ूद रहे, इन सभी लोगों ने प्रेम चंद जैन को ज्वैलरी एसोसिएशन का उपाध्यक्ष बनने पर बधाई दी।
उपाध्यक्ष प्रेमचंद जैन ने कहा कि अनेक आभूषण निर्माता अभी भी पुरानी तकनीक व पुरानी परंपराओं से आभूषणों का निर्माण कर रहे हैं, देश भर में विनिर्माण प्रक्रियाओं का आधुनिकीकरण किया जाना चाहिये ताकि उद्योग का विस्तार हो तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारत के आभूषण विक्रेताओं को बड़ा बाजार हासिल हो सके। उन्होंने कहा कि आभूषणों के निर्यात में पिछले कुछ समय से लगातार गिरावट हुई है जिसके चलते आज के समय की सबसे पहली जरूरत निर्यात बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि सरकार को निर्यातोन्मुख नीतियों का विस्तार करना चाहिए। उन्होने कहा कि निर्यात बढ़ेगा तो देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि उपाध्यक्ष के रूप में वह पूरे देश में विभिन्न आभूषण संगठनों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करेंगे साथ ही पूरे देश में प्रमाणन की एकरूपता व उपलब्धता की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 1937 में दिल्ली ज्वेलर्स एसोसिएशन दिल्ली के ज्वेलर्स के विकास के लिये काम कर रही है और निकट भविष्य में सरकार के साथ वार्ता कर सभी प्रमुख मुददों का समाधान कराया जायेगा।